Mutual Fund : सही या गलत !!!

        Mutual Fund : सही या गलत  !!!
 
      Mutual Funds भारत में एक लंबे समय से है लेकिन आज भी लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन आज के समय में लोगों का रूझान Mutual Funds की तरफ बढ़ा है। आज के इस article में आपके साथ Mutual Funds से जुड़ी कुछ जानकारियाँ साझा कर रहे हैं जो आगे के articles में जारी रहेंगे।
      
      Mutual Fund विभिन्न निवेशकों (investors) से पैसे collect करके एक Fund में invest करने का एक तरीका होता है। इस फंड की देख-रेख एक Fund Manager के द्वारा की जाती है, जो कि अलग - अलग इकट्ठा किए गए पैसे को Bonds, Share Market में निवेश करता है। निवेशक को उसके पैसे के लिए यूनिट आवंटित कर दिए जाते हैं। इस यूनिट को Net Asset Value (NAV) कहा जाता है।

      Mutual Fund में निवेशक (investor) निवेश (investment) की लागत और लाभ को साझा करते हैं। निवेशक तय करता है कि वे कितना जोखिम उठाना चाहते हैं और उनकी वापसी इस बात पर निर्भर करेगी कि निवेश कितना अच्छा प्रदर्शन करता है। 

 Mutual Fund में आप दो तरीके से invest कर सकते हैं --
1. आप किसी फंड में lumpsum (एकमुश्‍त)पैसा लगा दें. 
2. दूसरा तरीका SIP का है. SIP यानी Systematic Investment Planning इसमें regular monthly invest करना होता है.   

Mutual Funds के प्रकार (Types of Mutual Funds) :
Mutual Funds कई तरह के होते है. इनको हम 2 श्रेणियों में बांट सकते है --
पहला : संरचना के आधार पर और 
दूसरा  : Asset के आधार पर

संरचना के आधार पर Mutual Funds :
Open Ended Mutual Funds
• Close Ended Mutual Funds
• Interval Funds

Asset के आधार पर Mutual Funds : 
• Debt Funds
• Liquid Mutual Funds
• Equity Funds
• Money Market Funds
• Balanced Mutual Funds

       इन सब के बारे में विस्तार से अगले article में चर्चा करेंगे। 

    आप को ये article कैसा लगा, हमें अवश्य बतायें...



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